बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मैट्रिक की परीक्षा ली जा रही है। और इस दौरान हर जिले के अधिकारियों द्वारा परीक्षार्थियों की बहुत अच्छे से निगरानी की जा रही है। विश्व स्तर पर बिहार की किरकिरी होने के बाद से ही अधिकारियों पर दबाव रहता है कि वह बिहार बोर्ड की परीक्षा में हो रहा है चीटिंग पर कैसे रोक लगा सकें। इस बार की परीक्षा में नकल को रोकने के लिए हर जिले के प्रशासन द्वारा बहुत ही पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं, और परीक्षा केंद्र पर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या अन्य तरह के चीट पुर्जे ले जाना बिल्कुल ही मना किया गया है, इसके बावजूद परीक्षार्थी नकल करने के नए-नए तरीके ढूंढ ही ले रहे हैं। ऐसा ही एक किस्सा नवादा जिला से सुनने में आ रहा है। दरअसल नवादा के इंटर विद्यालय रजौली परीक्षा केंद्र पर शनिवार को दसवीं परीक्षा के पहले सीटिंग में एक छात्रा ने ऐसी हरकत की जिससे पूरा प्रशासन सकते में आ गया। बताया जा रहा है कि, छात्रा के पास से मोबाइल व ईयर फोन जब किए गए हैं। परीक्षा हॉल में वह बैठकर एयर फोन के जरिए प्रश्न पढ़ती थी, और उधर दूसरी ओर से उसे आंसर बताया जाता था। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि उक्त छात्रा को उसी वक्त तुरंत ही परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया और उसके फोन और ईयर फोन को तुरंत ही जब किया गया था।
क्या कहना है छात्रा का –
उक्त विषय में आरोपी छात्रा का कहना है की वह अपने घर पर भी ऐसा ही करती है। पर इन सबके बावजूद मुख्य सवाल यह है कि अधिकारियों की इतनी बारीकी जांच के बाद भी भी मोबाइल या अन्य गैजेट परीक्षा केंद्र के अंदर कैसे प्रवेश किए जा रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की शिक्षकों से मिली भगत है।